लंदन, ब्रिटेन ने भारतीय उच्चायोग में तिरंगा के अपमान की घटना को स्तब्धकारी कहा है। विदेश कार्यालय में मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद ने कहा कि वह इससे स्तब्ध हैं। ब्रिटिश सरकार भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा को गंभीरता से लेगी।
उन्होंने ट्वीट किया- भारतीय मिशन और उसके कर्मियों की अखंडता के खिलाफ उठाया गया यह कदम पूरी तरह अस्वीकार्य है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय उच्चायोग में रविवार शाम खालिस्तानी झंडा लहराने के साथ भारतीय ध्वज को उतारने और परिसर में तोड़फोड़ की घटना पर भारत सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। भारत, नई दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग के एक राजनयिक को तलब कर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर स्पष्टीकरण मांग चुका है। जिसके बाद लॉर्ड तारिक अहमद का यह बयान सामने आया है।
इस बीच भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने कहा कि प्रदर्शनकारियों का यह प्रयास नाकाम रहा और तिरंगा शान से लहरा रहा है। मेट्रोपोलिटन पुलिस ने कहा है कि सुरक्षा स्टाफ के दो सदस्यों को मामूली चोट आई है। घटना की जांच की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि भारत में खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतपाल सिंह पर पंजाब पुलिस की कार्रवाई के बीच प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सिख फॉर जस्टिस तथाकथित 'जनमत संग्रह 2020' करा रहा है।