अलवर, 08 फरवरी(हि.स.)। राजगढ़ विद्युत सतर्कता दल के संयुक्त टीम पर ग्रामीणों ने की लाठी-पत्थरों से हमला कर दिया। जिससे विभाग के आधा दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। साथ ही कई कर्मचारी घायल हो गए। गनीमत यह रही की गंभीर चोट किसी को नहीं लगी। घटना के बाद अधिकारी और कर्मचारी जान बचाकर वहां से भागे। दरअसल टीम अवैध विद्युत कनेक्शन और अवेध चोरी की कार्रवाई करने के लिए धमरेड-अनावडा सड़क मार्ग स्थित छतरी का बास में गई थी।
सतर्कता दल के टीम ने चार हस्तनिर्मित अवैध ट्रांसफॉर्मर (डिम्मे) व कैपीसीटर वहा से जप्त कर लिए। जिससे ग्रामीण भड़क गए। इसके बाद ग्रामीणों ने विभाग के कर्मचारियों पर पथराव शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने जप्त किये सामान को छुड़ाने का किया प्रयास लेकिन सामान छुड़ा नहीं पाए। इसके बाद तुरंत टीम जान बचाकर मौके से वापस आ गई। बिजली विभाग ने आरोपियों के विरुद्ध बिजली चोरी की विभिन्न धाराओं में राजगढ़ थाने में मामला दर्ज कराया है। वही घटना से कर्मचारियों में हड़कंप मच गया और इस घटना की कर्मचारियों ने निंदा करते हुए पुलिस से तुरंत आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की।
रात को किशनगढ़बास में हुई थी कार्रवाई
विद्युत सतर्कता दल की टीमों ने देर रात किशनगढ़बास में की कार्रवाई। किशनगढ़बास एक्सईएन रामरतन और अलवर एम्सईएन के नेतृत्व में बहरोड़, किशनगढ़बास, भिवाड़ी, बानसूर लक्ष्मणगढ़ सहित अनेक सतर्कता सहायक अभियंताओं ने की कार्रवाई। 3 दर्जन से अधिक गांवों में बिजली चोरी को लेकर टीम ने दी थी दबिश। इस दौरान 9 लाख 70 हजार रुपये की बिजली चोरी के 34 मामले पकड़े। अचानक हुई कार्रवाई से बिजली चोरों में हड़कंप मच गया था।