गुवाहाटी के जोराबाट तीनाली और आसपास के इलाकों में शुक्रवार की दोपहर को हुई मूसलाधार बरसात के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पर जगह-जगह जल भराव हो गया। जिसकी वजह से इस मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा।
स्थानीय लोगों ने बताया कि हल्की-सी बरसात के कारण जोराबाट तीनाली और आसपास के इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पर जल भराव हो जाता है। शुक्रवार की दोपहर को हुई बरसात के बाद जोराबाट तीनाली, ग्यारह माइल, दस माइल, नौ माइल, आठ माइल आदि इलाकों में राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पर जल भराव हो गया।
जल भराव की वजह से इस मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के दौरान सड़क के दोनों छोरों पर नालों का सही तरीके से निर्माण नहीं किए जाने की वजह से हल्की-सी बरसात के बाद जल भराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
वही जहां-तहां अवैध तरीके से पहाड़ की कटाई की जा रही है, जिसके कारण पहाड़ की लाल मिट्टी बरसात के दौरान पानी के साथ सड़क पर आ जाने से वाहन चालकों के लिए बड़ी मुसीबत पैदा हो जाती है। स्थानीय लोगों ने कहा कि पहले इस तरह की समस्या नहीं थी। 2006 में राष्ट्रीय राजमार्ग-37 का फोरलेन का निर्माण का काम शुरू हुआ जिसके बाद से हर साल बरसात के दौरान जगह-जगह भारी जल जमाव हो जाता है। आज भी बरसात के बाद जलजमाव के वजह से जोराबाट तीनाली में स्थित दर्जनों दुकानों में बरसात का पानी घुस गया जिसकी वजह से लाखों रुपए का सामान बर्बाद हो गया। स्थानीय दुकानदारों ने इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान किए जाने की मांग की है।
जोराबाट तीनाली में तीन से चार फिट तक जलजमाव होने की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग-6 भी पूरी तरह ठप हो गया। शिलांग से गुवाहाटी जाने वाले लोगों को खबर लिखे जाने तक जाम में देखा गया। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग-37 पूरी तरह ठप रहा। गुवाहाटी जाने और गुवाहाटी आने वाले मार्ग पर खबर लिखे जाने तक हजारों गाड़ियां जाम में फंसी रही। बरसात के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग-37 और राष्ट्रीय राजमार्ग-6 पर हुए जलजमाव में लोग घंटों जाम में फंसे रहे काफी लोगों का हवाई सफर के अलावा ट्रेनें भी छूट गई।