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ब्रिटेन में मंत्री गेविन विलियम्सन के इस्तीफे के बाद सुनक पर बढ़ा दबाव

लंदन, 10 नवंबर (हि.सं)। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की सरकार में बिना विभाग के मंत्री सर गेविन विलियमसन पर आरोप लगने के बाद इस्तीफा दे दिया है। विलियमसन पर अपनी पार्टी के सहयोगियों और सरकारी अधिकारियों को धमकाने का आरोप हैं। विपक्ष ने विलियमसन की कारगुजारियों का विरोध करते हुए इस्तीफे का दबाव बनाया था। विलियमसन सुनक के करीबी मंत्रियों में से एक हैं। विलियमसन ने आरोपों का खंडन करते हुए ट्वीटर पर अपना इस्तीफा पोस्ट किया। सुनक ने विलियमसन का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। सुनक ने विलियमसन को सहयोग के लिए धन्यवाद कहा है। विलियमसन पर आरोप लगने के बाद विपक्ष ऋषि सुनक पर हमलावर है। सुनक की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस सप्ताहांत एक रिपोर्ट में गया गया था कि कंजरवेटिव पार्टी के तत्कालीन चेयरमैन जेक बेरी ने सुनक कैबिनेट में विलियमसन की नियुक्ति से पहले 24 अक्टूबर को प्रधानमंत्री सुनक से विलियमसन के खिलाफ शिकायत की थी। लेबर की उप नेता एंजेला रेनर ने कहा कि ऋषि सुनक ने गेविन विलियमसन को उनके आचरण के बारे में गंभीर आरोपों की पूरी जानकारी होने के बाद भी नियुक्त किया और बार-बार उन पर विश्वास व्यक्त किया। यह सुनक के कमजोर नेतृत्व का उदाहरण है। माना जाता है कि पिछले महीने लिज ट्रस के प्रधानमंत्री के रूप में इस्तीफा देने के बाद सुनक को प्रधानमंत्री बनवाने में पर्दे के पीछे विलियमसन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। विलियमसन ने बोरिस जानसन को इस बात के लिए मनाया कि वह सुनक के खिलाफ प्रधानमंत्री पद का चुनाव न लड़ें। विलियमसन को इससे पहले दो बार बर्खास्त किया जा चुका है। वर्ष 2019 में उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने संवेदनशील जानकारी लीक करने के आरोप लगने पर उन्हें रक्षामंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया था। उस वर्ष बोरिस जानसन सरकार में उन्हें शिक्षा मंत्री बनाया गया था, लेकिन 2021 में उन्हें कोरोना महामारी के दौरान अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाने के कारण पद से हटा दिया गया था।
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