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नरभक्षी युवक की अस्पताल में मौत: तीन दिन तक जीवन मृत्यु करता रहा संघर्ष

जोधपुर, 30 मई (हि.स.)। पश्चिमी राजस्थान के पाली जिले के सेंदड़ा थानान्तर्गत सराधना गांव में 26 मई को वृद्ध महिला की हत्या के बाद उसका चेहरा खाने वाले नरभक्षी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। मगर बाद में उसकी तबीयत बिगडऩे पर पाली बांगड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके फोबिया होने की जानकारी पर उसे फिर जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में मनोरोग विशेषज्ञ से जांच करवाई गई। इसे एमजीएच में भर्ती कर लिया गया। नरभक्षी युवक की अस्पताल में उपचार के बीच मौत हो गई। उसकी बीमारी का पता लगाने में डॉक्टर भी एक बारगी असफल रहे। वह 27 मई से जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद उसकी बीमारी का खुलासा होगा। उधर, पुलिस की एक टीम मुंबई में उसके घरवालों का पता लगाने के लिए गई हुई है।

महात्मा गांधी अस्पताल के डॉ. प्रभात कंवरिया के अनुसार मरीज की मंगलवार की सुबह मौत हो गई। उसके लीवर और किडनी दोनों ऑर्गन डैमेज थे। उसे रेबीज के इंफेक्शन की भी संभावना थी। ऑटोप्सी और अन्य सैंपल नेशनल लैबोरेटरी में भेजे जाएंगे, जिससे बीमारी और मौत का कारण पता लग सके। इंसान से नरभक्षी बना हत्या का आरोपित सुरेंद्र किस बीमारी से पीडि़त था। इसे लेकर जोधपुर के डॉक्टर भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं। वहीं पाली से मेडिकल बोर्ड की टीम ने जांच के बाद उसे हाइड्रोफोबिया का संदिग्ध रोगी मानते हुए जोधपुर रैफर किया था। इस रोग में रोगी की मौत होना तय होता है।

उल्लेखनीय कि पाली जिले के सेंदड़ा थाना क्षेत्र के सराधना गांव में 26 मई की सुबह 60 साल की शांतिदेवी की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। आरोपित ने बाद में उसका चेहरा खा लिया था। गांव में बकरियां चरा रहे असलम पुत्र कालू, गौतम पुत्र प्रहलाद, अनवर, साहिल, सलीम ने महिला का मांस खाते उसको देखा तो पुलिस को सूचना देकर उसे पकड़वाया था। बाद मेें उसकी पहचान आधार कार्ड पर उसका नाम सुरेन्द्र ठाकुर पुत्र रामबहादुर ठाकुर, मुंबई लिखा हुआ था। उसके पास मुंबई फिल्म इंडस्ट्री एसोसिएशन का एक कार्ड भी मिला था।

वृद्ध महिला शांतिदेवी के पुत्र वीरम काठात पुत्र नेना मेहरात ने सेंदड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट में बताया कि 26 मई सुबह करीब 8 बजे उसकी मां शांतिदेवी घर से बकरियां चराने निकली थी। प्रताप पुत्र बहादुर के बेरे से भिण्डियां (सब्जी) तोडक़र वापस घर की तरफ आ रही थी। रास्ते गुंदिया वाली बेरी के पास हादसा हुआ।

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