काठमांडू, 25 जून (हि.स.)। नेपाल के गृहमंत्री नारायणकाजी श्रेष्ठ ने रविवार को संसद में कहा कि देश में धर्मांतरण की गतिविधियां स्वीकार नहीं की जाएंगी। धर्मांतरण के लिए चलाया जा रहा प्रचार-प्रसार भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गृहमंत्री श्रेष्ठ ने सीपीएन (यूएमएल) के सदस्य रघुजी पंत के सवालों के जवाब में कहा कि सरकार मलिन बस्तियों और अन्य क्षेत्रों में आर्थिक प्रलोभन के जरिए धर्मांतरण के मुद्दे पर गंभीर है। रघुजी पंत ने गृहमंत्री से पूछा था कि वित्तीय प्रलोभन के जरिए इस्लाम स्वीकार करने वाले कुछ संगठनों के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई की गई? आर्थिक प्रलोभन देकर होने वाले धर्मांतरण को रोकने के लिए सरकार किस तरह के उपाय कर रही है?
उल्लेखनीय है कि नेपाल में धर्म परिवर्तन का मिशन चलाया गया है।
संसद के अंदर और बाहर इसके खिलाफ आवाजें उठ रही हैं। नेपाल में हर 10 साल पर होने वाली जनगणना में ईसाइयों और मुसलमानों की संख्या में बढ़ोतरी दिख रही है, जबकि हिंदुओं और बौद्धों की संख्या में कमी आ रही है।