खूंटी 1 अगस्त (हि.स.)। सावन महीने के बारह दिन गुजर जाने के बाद भी रिमझिम फुहारों और हल्की बारिश के कारण खूंटी जिले में सूखे जैसे हालत बन रहे थे। इसके कारण किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें नजर आ गई थी, लेकिन बुधवार और गुरुवार को हुई जोरदार मानसूनी बारिश ने अन्नदाताओं के चेहरे पर मुस्कान ला दी। बारिश होने के बाद खेती-किसानी के काम में काफी तेजी आ गई है। किसानों का कहना है कि यह बारिश फसलों के लिए अमृत के समान है। इससे धान, मड़ुवा, गोड़ा के साथ ही सब्जी की फसलों के लिए काफी फायदेमंद है।
कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ राजन चौधरी ने बताया कि बुधवार और गुरुवार को खूंटी जिले में दोहर तक 150 मिलीमीटर बारिश हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि पूरे क्षेत्र में मानसून इसी प्रकार सक्रिय रहेगा। डॉ चौधरी ने किसानों को सलाह दी कि जिन किसानों ने अब तक धान की रोपनी शुरू नहीं की है, वे जल्द रोपनी कर लें। कृषि वैज्ञाानिक ने कहा कि जिन किसानों ने सब्जी की खेती की है, वे खेत में पानी निकासी की व्यवस्था कर लें। जल जमाव होने से फसलों को नुकसान होगा।
सड़कों पर जल जमाव और गंदगी ने बढ़ाई परेशानी
दो दिनों से हो रही बारिश जहां किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है, वहीं बारिश ने लोगों की परेशानी को भी बढ़ाया है। बारिश के सड़कों पर जल जमाव से लोगों को परेशानी हो रही है। वैसे हल्की बारिश में भी तोरपा मेन रोड में खासुआ टोली, चर्च रोड में महावीर मंदिर के पास जल जमाव हो जाता है। जलजमाव से यहां पर तालाब जैसा दृश्य उत्पन्न हो जाता है। राहगीरों का आने-जाने में काफ़ी परेशानी होती है। खासुआ टोली के जल जमाव के कारण मोटरसाइकिल सहित अन्य छोटे वाहनों को आने-जाने में परेशानी होती है। आसपास के घरों में रहने वाले लोगों को भी परेशानी होती है। कीचड़ से होती है परेशानी रुपये तोरपा एफसीआई के गोदाम जाने का रास्ता किचड़ से भर गया हैं इसके कारण आने-जाने वालों को भारी कठिनाई हो रही है। कई बार इस कीचड़ में वाहन भी फंस जाते हैं।