डीएपी व यूरिया खाद की कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को किसानों ने पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के आह्वान पर कालांवाली में एसडीएम कार्यालय रोष रोष जताया और एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। किसानों ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ रोष जाहिर करते हुए कालाबाजारी करने वालों को शह देने का आरोप लगाया। किसानों ने कहा कि वे खाद के लिए दर-दर भटक रहे हैं और लंबी लाइनों में लगने को मजबूर हैं, लेकिन फिर भी खाद नहीं मिल पा रही है। समय पर खाद न मिलने से फसलों के उत्पादन में असर पड़ेगा, जिससे उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ेगी।
किसान संघर्ष समिति ने एसडीएम कार्यालय में अधिकारियों को मुख्यमंत्री के नाम मांग पत्र सौंपकर इन समस्याओं का जल्द समाधान करने की मांग की। किसानों ने कहा कि स्वयं को किसान हितैषी होने का दावा करने वाली प्रदेश की भाजपा सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी हुई है। न तो सरकार खाद की कालाबाजारी रोक पा रही है और न ही खाद की कमी को दूर कर पाई है।
व्यापारी मनमानी कर रहे हैं और डीएपी और यूरिया देने के नाम पर दूसरी वस्तुएं जबरदस्ती थोंपकर किसानों को लूटा जा रहा है। मांग पत्र में किसानों ने कहा है कि डीएपी व यूरिया खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाई जाए और इसकी उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। बिजली के बढ़े हुए रेट वापस लिए जाएं और स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगाई जाए। नहरों में दो सप्ताह पानी छोड़ा जाए। ज्यादा बारिश के कारण खेतों में खड़े पानी की तुरंत निकासी हो और खराब फसलों का किसानों को 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए।