Logo
Header
img

22 जुलाई राष्ट्रीय ध्वज दिवस घोषित करे सरकार: शील मधुर



 22 जुलाई राष्ट्रीय ध्वज दिवस घोषित करे सरकार: शील मधुर

-पूर्व डीजीपी ने प्रधानमंत्री को भेजा पत्र

-काफी समय से की जा रही है यह मांग

 हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक शील मधुर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया है कि वे 22 जुलाई का दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस के रूप में घोषित करें। राष्ट्रीय ध्वज दिवस तिरंगा हमारे देश के स्वतंत्र अस्तित्व, स्वाधीनता संग्राम सेनानियों के त्याग-बलिदान, सत्य और शांति के प्रति प्रतिबद्धता, देशवासियों की आकांक्षाओं और सदैव प्रगति के पथ पर अग्रसर रहने की प्रेरणा का एक सर्वाधिक पवित्र प्रतीक है।

पूर्व डीजीपी शील मधुर ने कहा कि 22 जुलाई का दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस के रूप में घोषित किये जाने की मांग इसलिए की जा रही है, क्योंकि राष्ट्रीय ध्वज का मौजूदा स्वरुप 22 जुलाई 1947 को ही अपने वर्तमान स्वरुप और विशिष्ट मानदण्डों के रूप में अस्तित्व में आया था। जिसे स्वतंत्र भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में भारत की संविधान सभा ने स्वीकार किया था और मान्यता दी थी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज एक ऐसा प्रतीक है जो भारत जैसे विशाल देश में विविध आयामी विभिन्नताओं के बावजूद देश की एकता व अखण्डता को अक्षुण बनाये रखने के लिए कार्य करने के लिए देशवासियों को प्रेरित करता है। राष्ट्रीय ध्वज दिवस का प्रावधान देश-प्रेम की भावना के साथ-साथ देश की एकता, अखण्डता व सामाजिक समरसता को और अधिक मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। पूर्व डीजीपी शील मधुर ने कहा कि वे अपनी सामाजिक संस्था सादर इंडिया के जरिये 28 फरवरी 2021 से लगातार केन्द्र सरकार से 22 जुलाई का दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस घोषित कराने की मांग कर रहे हैं। मिशन तिरंगा मेरी शान के माध्यम से देशवासियों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की गरिमा तथा महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने का कार्य कर रहे हैं।

शील मधुर ने कहा कि अपने देश भारत में भी केन्द्र सरकार द्वारा तकरीबन 68 दिवस विभिन्न विषयों पर राष्ट्रीय/विशेष दिवस के रूप में घोषित किये गये हैं। हमारे देश भारत के राष्ट्रीय ध्वज दिवस के लिए भी एक विशेष दिवस घोषित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्षों के बाद भी हम अपने देश में अब तक राष्ट्रीय ध्वज दिवस निर्धारित नहीं कर पाये हैं, जो सभी देश प्रेमियों के लिए बहुत पीड़ादायक है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तब ऐसे में हम अपनी पुरानी ऐतिहासिक गलती को सुधार कर 22 जुलाई का दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस के रूप में घोषित करने का ऐतिहासिक निर्णय ले सकते हैं।

Top