चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार उपखंड स्थित मेवाड़ यूनिवर्सिटी में शुक्रवार रात्रि स्थानीय छात्रों व कश्मीरी छात्रों के बीच खाने को लेकर हुआ मामूली विवाद संघर्ष में बदल गया। दोनों ओर से हुई पत्थरबाजी में कई छात्र घायल हो गए। पुलिस ने छात्रों के दोनों गुटों की ओर से परस्पर मामले दर्ज कर 36 छात्रों को गिरफ्तार किया है। यहां पर कश्मीरी छात्रों के कारण साम्प्रदायिकता की यह तीसरी बड़ी घटना है।
बीती रात्रि मेवाड़ विश्वविद्यालय परिसर में हॉस्टल में रह रहे छात्र डिनर करने मैस में गये थे। यहां पर कश्मीरी छात्रों व स्थानीय छात्रों के बीच पहले खाना लेने की मामूली बात झगड़े में बदल गई और लात घूंसे शुरू हो गये। इसकी जानकारी मिलने पर दोनों गुटों के अन्य छात्र भी लामबंद हो गये और मैस से बाहर आकर साम्प्रदायिक नारेबाजी करने लगे। देखते ही देखते आपस में पत्थरबाजी शुरू हो गई। वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने बीच बचाव करने का प्रयास किया लेकिन हालात बिगड़ते देख प्रबंधन को सूचना देने के साथ गंगरार थाने को भी सूचना दी गई। जब तक पुलिस पहुंची, तब तक दोनों ओर से कई छात्र पत्थरबाजी में घायल हो चुके थे। झगड़े के दौरान तलवार से हमला करने की बात भी सामने आई है। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया और झगड़ रहे छात्रों को तितर बितर कर पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
मामले को लेकर गंगरार डिप्टी श्रवण दास संत ने बताया कि यह आपसी झगड़े का मामला है, जिसमें आपस में हुई पत्थरबाजी में दोनों ओर के सात छात्र घायल हुए हैं। दोनों ओर से मारपीट के परस्पर मुकदमे दर्ज करवाए गये हैं और शनिवार को सीसी टीवी फुटेज देखने के बाद दोनों पक्षों के कुल 36 छात्रों को फिलहाल शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। मामले की जांच की जा रही है। साम्प्रदायिक नारेबाजी को रिपोर्ट में नहीं होना बताया गया है। गंगरार डिप्टी ने बताया कि रात को ही पुलिस ने छात्रावास की तलाशी ली लेकिन कहीं भी कोई हथियार नहीं मिले हैं। छात्रों के पास डंडे और सरिए आदि थे।