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केजरीवाल सरकार तैयार कर रही है देश का सबसे अत्याधुनिक सरकारी स्कूल: सिसोदिया

नई दिल्ली, 31 जनवरी (हि.स.)। केजरीवाल सरकार दिल्ली में देश का सबसे अत्याधुनिक सरकारी स्कूल तैयार करवा रही है। दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को वर्ल्ड-क्लास बनाने की दिशा में एक और कदम उठाते हुए दिल्ली सरकार एक ऐसा स्कूल बना रही है जो आधुनिक सुविधाओं से पूरी तरह लैस होगा। पढ़ाई के साथ-साथ स्कूल में स्पोर्ट्स का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। स्कूल का डिजाइन इस तरह तैयार किया गया है जिससे स्कूल की छत का भी पूरी तरह से उपयोग किया जा सकेगा। खुद में अनूठे इस स्कूल बिल्डिंग की छत पर ही आउटडोर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज को ध्यान में रखते हुए बास्केटबाल, टेनिस और बॉलीबॉल कोर्ट तैयार किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने आज मेहराम नगर में बन रहे डॉ.बी.आर.अम्बेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस के निर्माण कार्यों का जायजा लिया। इस अवसर पर सिसोदिया ने कहा कि इस स्कूल की नई बिल्डिंग का डिजाइन बच्चों के ओवरआल डेवलपमेंट को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है। ये स्कूल बिल्डिंग आम स्कूलों से अलग होगा और स्कूल की पूरी बिल्डिंग बच्चों के लर्निंग प्रोसेस में शामिल होगा। जानकारी के अनुसार, इस स्कूल में एक शानदार सेमी ओलम्पिक साइज स्विमिंग पूल भी तैयार किया जाएगा। स्कूल में 55 क्लासरूम के साथ-साथ सभी तकनीकों और संसाधनों से लैस 8 लैब बनाए जाएंगे। साथ ही स्कूल की बिल्डिंग में रेन-वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम जैसे आधुनिक सुविधाएं स्थापित की जाएगी। स्कूल में 750 लोगों की क्षमता वाले एक ऑडीटोरियम के साथ साथ 1000 लोगों के बैठने की क्षमता वाले ओपन एम्फी थिएटर का निर्माण भी किया जाएगा। ये स्कूल जुलाई तक बनकर तैयार हो जाएगा जिसमे बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ खेल संबंधी सभी वर्ल्ड-क्लास सुविधाएं मौजूद होंगी। गर्मियों में स्कूल को ठंडा रखने के लिए रेडीएंट कूलिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जायेगा जिससे क्लासरूम का तापमान सामान्य तापमान से 8-10 डिग्री तक कम होगा। कुछ इस तरह होगा स्कूल इस स्कूल में 55 क्लासरुम होंगे। सभी क्लासरुम शिक्षण के सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। स्मार्ट क्लासरुम डिजिटल लर्निंग के लिए भी मुफीद होंगे साथ ही बच्चों की जरुरतों के मुताबिक उनमें सभी सुविधाएं होंगी। साथ ही इस स्कूल में 8 लैब होंगी। चार मंजिल की सकूल की इमारत में हर फ्लोर पर 2 लैब होंगे। इस तरह से स्कूल में कुल 8 लैब होंगे। सभी लैब में आज के हिसाब से सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी। उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने निर्माणाधीन स्कूल भवन का निरीक्षण करते हुए कहा, 'इस तरह के स्मार्ट स्कूल से निकलने वाले बच्चे दुनिया भर में भारत का नाम रोशन करेंगे। केजरीवाल सरकार दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। स्कूलों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना हम सबकी जिम्मेदारी है, लेकिन एक अच्छे स्कूल की पहचान सिर्फ एक शानदार इमारत से नहीं बल्कि उसके छात्रों और शिक्षकों की मेहनत से होती है। यहां उन्हें अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए उन्नत और आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।” सिसोदिया ने कहा कि 2015 में सरकार बनने के बाद से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की शिक्षा प्रणाली को बदलने को प्राथमिकता दी है। यही कारण है कि आज दिल्ली में न केवल विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे वाले सरकारी स्कूल बन रहे हैं, बल्कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी दी जा रही है। शिक्षा को लेकर मुख्यमंत्री के विजन की ही आज पूरी दुनिया में दिल्ली की शिक्षा क्रांति की चर्चा हो रही है।
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