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लोहरदगा के नगर भवन में आयोजित सेमिनार में पीएम विश्वकर्मा योजना की दी जानकारी

केंद्रीय एमएसएमई मंत्रालय के एमएसएमई-विकास कार्यालय, रांची ने शुक्रवार को नगर भवन में पीएम विश्वकर्मा योजना पर आधारित एक दिवसीय सेमिनार सह जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लाभार्थियों को योजना से मिलने वाले लाभ, पात्रता एवं आवेदन की प्रकिया इत्यादि के बारे में वृहद रूप से जानकारी देना एवं जागरूक करना था।


मुख्य अतिथि और जिले के डीडीसी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत एवं उपस्थित विशिष्ट अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम की संयोजक ज्योत्सना गुड़िया, सहायक निदेशक ने उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि एवं सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रूपरेखा से अवगत कराया।


उन्होंने यह भी बताया कि इस योजना के तहत चयनित लाभार्थियों को 5-7 दिन का प्रशिक्षण एवं 500 रुपये प्रतिदिन की दर से स्टाइपेंड देय होगा। साथ ही प्रशिक्षण उपरान्त टूल किट के लिए 15 हजार रुपये ई-वाउचर के रूप में प्राप्त होंगे। प्रथम चरण में एक लाख रुपये तक का ऋण तथा द्वितीय चरण में दो लाख रुपये तक का कोलेटरल फ्री ऋण (5 प्रतिशत ब्याज की दर से) की व्यवस्था की गई है। प्रशिक्षण प्राप्त करने पर पीएम विश्वकर्मा प्रमाण-पत्र और पहचान पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे।


डीडीसी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक सहायता एवं उन्नत उपकरण प्रदान करते हुए उनके व्यवसाय में बढ़ोतरी कराना है, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना को सफल बनाने के लिए सभी को मिलकर एक साथ प्रयास करने की आवश्यकता है। साथ ही सभा में उपस्थित 18 पारंपरिक विद्याओं में कार्य करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों से इस योजना का लाभ लेने के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में पंजीकरण कराने का आह्वान किया।


इस दौरान रघुवर सिंह, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, लोहरदगा, मयंक जे कंडुलना, निदेशक, आर-सेटी, लोहरदगा एवं निशांत सिंह, अधिकारी, एलडीएम कार्यालय, लोहरदगा ने भी विचार व्यक्त किए। सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर), झारखंड के सहायक प्रबंधक सत्येंद्र कुमार ने इस योजना में रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया, पात्रता एवं मिलने वाले लाभ के बारे में विस्तृत जानकारी दी।


कार्यक्रम में सीएससी की ओर से एक ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें कई पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों का इस योजना के तहत पंजीकरण भी किया गया। जिले के लगभग 250 से ज्यादा शिल्पकारों और कारीगरों ने इस जागरुकता कार्यक्रम में शामिल होकर पीएम विश्वकर्मा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी ली।

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