गौला रोखड़ में 20 हजार लीटर का को-ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने के लिए 2 करोड़ 37 लाख के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है। ट्रीटमेंट प्लांट बनने के बाद जंगल या अन्य जगहों पर खाली को जाने वाली गंदगी से शहरवासियों को निजात मिल सकेगी। शहर में घरों से सीवर उठाने वाले टैंकर चालकों के खुले में गंदगी फैलाने की शिकायत आती रहती हैं। पिछले दिनों सुशीला तिवारी अस्पताल के पास वाली लाइन में सीवर टैंक खाली करने का मामला सामने आने पर प्रशसन की ओर से कार्रवाई की गई थी।
इसके बाद ये टैंक गौला के पास जंगल में अनधिकृत तरीके से खाली किए जाने लगे। इससे वन क्षेत्र में गंदगी फैल रही है। इधर पेयजल निगम ने करीब एक साल पहले इस पर अंकुश लगाने के लिए गौला रोखड़ में एसटीपी परिसर को-ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा था। अब इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है। यह शहर का पहला प्लांट होगा।