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पूर्वोत्तर रेलवे में प्वाॅइंट मैन अब लिखित परीक्षा पास कर बन सकेंगे एएसएम

लखनऊ, 12 अक्टूबर (हि.स.)। पूर्वोत्तर रेलवे में प्वाॅइंट मैन अब लिखित परीक्षा पास कर सहायक स्टेशन मास्टर (एएसएम) बन सकेंगे। रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश पर पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल प्रशासन ने पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशन यार्डों में प्वाॅइंट बदलने का कार्य करने वाले प्वाॅइंट मैन (चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी) अब सहायक स्टेशन मास्टर बन सकेंगे। 1800 से 1900 ग्रेड पे पर तैनात प्वाॅइंट मैन 4200 ग्रेड पर विभागीय पदोन्नति पा सकेंगे। इसके लिए उन्हें लिखित परीक्षा पास करनी होगी। रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश पर पूर्वोत्तर रेलवे ने पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल प्रशासन ने 25 प्रतिशत विभागीय पदोन्नति कोटा के अंतर्गत 56 पदों पर पदोन्नति के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। इसमें सामान्य जाति के लिए 31, अनसूचित जाति के लिए 17 और अनुसूचित जनजाति के लिए 08 पद आरक्षित हैं। सामान्य के लिए 45 वर्ष, अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए 50 वर्ष से अधिक की उम्र नहीं होनी चाहिए। हाईस्कूल पास पांच वर्ष तक सेवा पूरी करने वाले कर्मचारी भी आवेदन कर सकते हैं। लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को ही पदोन्नति मिलेगी। पदोन्नति के बाद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सहायक स्टेशन मास्टर बन जाएंगे।

प्वाॅइंट मैन को पदोन्नति के साथ आर्थिक लाभ भी मिलेगा। साथ ही अतिरिक्त सुविधाएं भी मिलनी शुरू हो जाएंगी। शयनयान और वातानुकूलित तृतीय श्रेणी में यात्रा करने वाले कर्मचारियों के पे ग्रेड बढ़ते ही वातानुकूलित प्रथम श्रेणी के पास मिलने शुरू हो जाएंगे। रेलकर्मी ही नहीं उनके स्वजन भी इसका लाभ उठा सकेंगे।

एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) के महामंत्री केएल गुप्ता ने पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि इस निर्णय से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की दशा बदल जाएगी। उन्होंने लखनऊ मंडल के अंतर्गत आने वाले प्वाॅइंट मैनों से अपील की है कि वे अंतिम तिथि सात नवम्बर तक आवेदन कर परीक्षा की तैयारी में जुट जाएं। इसके पहले यूनियन ने प्वाॅइंट मैन के पदोन्नति के मामले को महाप्रबंधक के साथ आयोजित स्थाई वार्ता तंत्र की बैठक में प्रमुखता से उठाया था।

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