मुख्यमंत्री का कार्यक्रम तय होते ही बदलने लगी सिमरिया घाट की दशा
बेगूसराय, 07 नवम्बर (हि.स.)। बिहार के पवन गंगा तट बेगूसराय की सिमरिया घाट में लगे एशिया प्रसिद्ध कार्तिक कल्पवास मेला के मुख्य कार्यक्रम पूर्णिमा तक का समापन होने के बाद बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सिमरिया आ रहे हैं।
दोपहर में मुख्यमंत्री एनटीपीसी के हेलीपैड पर उतरेंगे और वहां से सड़क मार्ग से सिमरिया जाएंगे। मुख्यमंत्री सिमरिया कल्पवास मेला परिक्षेत्र एवं गंगा नदी का निरीक्षण करने के बाद वे कुछ साधु-संतों से भी मिलेंगे। संभावना सिमरिया को कुछ बड़ी सौगात मिलने की भी है।
मुख्यमंत्री का कार्यक्रम तय होते ही जिला प्रशासन के अधिकारियों की टीम लगातार निरीक्षण कर रही है और सभी तैयारी युद्ध स्तर पर किए जा रहे हैं। प्रत्येक साल सरकार को सात करोड़ से अधिक राजस्व देने के बावजूद अपेक्षा का शिकार सिमरिया गंगा घाट की दशा और दिशा बदलने लगी है।
दशकों से जर्जर सड़क का कालीकरण हो रहा है, मेला क्षेत्र में भी सड़क बनाए जा रहे हैं। विभिन्न जगह पर रंगाई-पुताई और सौंदर्यीकरण का काम काफी तेजी से चल रहा है, बिजली के टावर भी रांगे जा रहे हैं। शौचालय और चापाकल की व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है, तीन दिन से लगातार फॉगिंग भी हो रहे हैं।
जिला प्रशासन स्थानीय व्यवस्था और एनटीपीसी से लेकर गंगा घाट तक की सुरक्षा तथा बेहतर व्यवस्था के संबंध में निर्देश दे रहे हैं। स्पेशल ब्रांच की टीम भी सक्रिय मोड में है तथा स्पेशल ब्रांच के कई अधिकारी सिमरिया पहुंच चुके हैं।
इधर, कार्तिक कल्पवास मेला संक्रांति 18 अक्टूबर तक चलना है, लेकिन पूर्णिमा से पूर्णिमा तक कल्पवास करने वाले अधिकतर लोग कार्तिक पूर्णिमा के बाद अपने घर की ओर प्रस्थान करने की तैयारी कर चुके हैं।
इन कल्पवासियों को अफसोस है कि काश मेला के दौरान मुख्यमंत्री सिमरिया आते तो आज की जा रही वह सभी व्यवस्था पूरी हो जाती, सभी सुविधाएं मिल जाती, जिसके लिए कल्पवासी पूरे कार्तिक महीना तरसते रहे।
फिलहाल सारी कवायद के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सिमरिया आना सुखद संदेश है और साधु-संत ही नहीं, स्थानीय लोगों में उल्लास का माहौल है। उम्मीद है की 2023 में यहां लगने वाले अर्धकुंभ से पहले मुख्यमंत्री का आना व्यवस्था के लिए सकारात्मक साबित होगा।