नई दिल्ली, 6 नवंबर (हि.स.)। शेयर बाजार में आई मजबूती के बावजूद मुद्रा बाजार में आज रुपया बड़ी गिरावट का शिकार हो गया। डॉलर के मुकाबले रुपया आज अभी तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। दिनभर के कारोबार के बाद भारतीय मुद्रा 21 पैसे की कमजोरी के साथ 84.30 रुपये प्रति डॉलर (अस्थाई) के ऑल टाइम लो क्लोजिंग लेवेल पर बंद हुआ।
भारतीय मुद्रा ने आज सुबह डॉलर के मुकाबले 14 पैसे की कमजोरी के साथ 84.23 रुपये के स्तर से कारोबार की शुरुआत की थी। दिन के कारोबार के दौरान रुपये ने रिकवरी भी की और 84.15 रुपये प्रति डॉलर के स्तर तक पहुंचा। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को बढ़त मिलते ही डॉलर इंडेक्स में तेजी आ गई। डॉलर इंडेक्स की मजबूती ने रुपये को एक बार फिर गोता लगाने पर मजबूर कर दिया, जिसकी वजह से भारतीय मुद्रा कमजोर होकर 84.31 के ऑल टाइम लो लेवल पर पहुंच गई। हालांकि बाद में इसने 1 पैसे की रिकवरी करके 84.30 रुपये प्रति डॉलर का ऑल टाइम लो क्लोजिंग का रिकॉर्ड बनाते हुए आज के कारोबार का अंत किया।
जानकारों का मानना है कि घरेलू शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों द्वारा लगातार पैसे की निकासी की वजह से डॉलर की मांग पहले से ही सर्वोच्च स्तर पर पहुंची हुई है। ऐसे में डॉलर इंडेक्स की मजबूती के कारण भारतीय मुद्रा समेत ज्यादातर देशों की मुद्रा में डॉलर की तुलना में कमजोरी आई है। माना जा रहा है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व (यूएस फेड) की कल होने वाली बैठक में ब्याज दरों में एक बार फिर कटौती की जा सकती है। अगर यूएस फेड ब्याज दरों में कटौती करेगा तो इससे अमेरिकी बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी, जिसका असर डॉलर इंडेक्स पर भी पड़ेगा। इसलिए आने वाले दिनों में डॉलर की कीमत में और तेजी आने यानी भारतीय मुद्रा समेत दूसरी मुद्राओं में कमजोरी आने की आशंका लगातार बनी हुई है।