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1 महीने में ध्वस्त हो गया घरेलू शेयर बाजार, सेंसेक्स ऊपरी स्तर से 6,575 अंक और निफ्टी 2,096 अंक लुढ़के

नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (हि.स.)। घरेलू शेयर बाजार के लिए अक्टूबर का महीना तबाही वाला साबित होता नजर आ रहा है। लगभग 1 महीने पहले तक शेयर बाजार जहां लगातार मजबूती के नए-नए रिकॉर्ड बना रहा था, वहीं अब बाजार में तेज गिरावट का रुझान बना हुआ है। पिछले 1 महीने की अवधि में निवेशकों को लाखों करोड़ रुपये की चपत लग चुकी है‌। वैश्विक परिस्थितियां अभी भी ऐसी बनी हुई हैं, जिसके आधार पर बाजार में तत्काल सुधार होने के असर नजर नहीं आ रहे।


अगर आंकड़ों को देखा जाए तो 27 सितंबर के बाद से ही शेयर बाजार की चाल पर ग्रहण लगा हुआ है। 27 सितंबर को सेंसेक्स 85,978.25 अंक के सर्वोच्च स्तर तक पहुंचने में सफल हुआ था। इसी तरह निफ्टी ने भी 26,277.35 अंक के ऑल टाइम हाई लेवल को टच किया था, लेकिन उसके बाद बाजार को झटके पर झटका लगता गया।


27 सितंबर के बाद अभी तक सिर्फ 4 कारोबारी दिन ऐसे रहे हैं, जब घरेलू शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद होने में सफल हुआ है। इसके अलावा हर दिन सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक गिरावट के साथ लाल निशान में ही बंद हुए हैं। आलम ये है कि 27 सितंबर के बाद से अभी तक की अवधि में सेंसेक्स सर्वोच्च स्तर से 6,575.96 अंक टूट कर 79,402.29 अंक के स्तर तक गिर चुका है।


इसी तरह निफ्टी अपने सर्वोच्च स्तर से 2,096.55 अंक लुढ़क कर आज 24,180.80 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ है। इस अवधि में चुनिंदा मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर 50 प्रतिशत तक कमजोर हो गए। निफ्टी मिडकैप 100 में सिर्फ 15 शेयर ही इस दौरान पॉजिटिव रिटर्न दे सके हैं, जबकि बाकी सभी शेयर नुकसान में चल रहे हैं।


शेयर बाजार में आई इस जबरदस्त कमजोरी के कारण निवेशकों की पूंजी में भी जोरदार गिरावट आई है। 27 सितंबर को बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 477.93 लाख करोड़ रुपये था, जो आज गिर कर 437.43 लाख करोड़ रुपये (अस्थाई) के स्तर तक पहुंच गया है। यानी इस अवधि में स्टॉक मार्केट के निवेशकों को लगभग 40.50 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।


इस अवधि में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक अपने सर्वोच्च स्तर से करीब 8 प्रतिशत फिसल चुके हैं। इसी तरह बैंक निफ्टी 7 प्रतिशत, मिडकैप इंडेक्स 9 प्रतिशत और स्मॉलकैप इंडेक्स 8 प्रतिशत टूट चुके हैं। इसके अलावा ऑटोमोबाइल इंडेक्स सर्वोच्च स्तर से 14 प्रतिशत, कैपिटल गुड्स इंडेक्स 13.5 प्रतिशत, एफएमसीजी इंडेक्स 11 प्रतिशत, फाइनेंस इंडेक्स 6 प्रतिशत, फार्मास्यूटिकल इंडेक्स 5 प्रतिशत, आईटी इंडेक्स 3 प्रतिशत और मेटल इंडेक्स 2.5 प्रतिशत टूट चुके हैं।


सबसे बड़ी गिरावट डिफेंस इंडेक्स में आई है, जो अपने शिखर से अभी तक 26 प्रतिशत लुढ़क चुका है। डिफेंस सेक्टर के कुछ चुनिंदा शेयरों पर नजर डालें, तो कोचीन शिपयार्ड 40 प्रतिशत की गिरावट का शिकार हो गया है। इसी तरह गार्डनरीच शिप बिल्डर्स 36 प्रतिशत, भारत डायनामिक्स 33 प्रतिशत, मझगांव डॉक 25 प्रतिशत और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के शेयर 20 प्रतिशत टूट चुके हैं।

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