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जम्मू-कश्मीर में न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु से नीचे

जम्मू-कश्मीर में न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु से नीचे बना हुआ है जबकि मौसम विज्ञानियों ने 25 जनवरी से 1 फरवरी तक बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पिछली रात के तापमान शून्य से 5.3 डिग्री सेल्सियस नीचे के मुकाबले शून्य से 5.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। पहलगाम में तापमान पिछली रात के शून्य से 6.9 डिग्री सेल्सियस नीचे के मुकाबले शून्य से 6.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान पिछली रात के शून्य से 2.6 डिग्री सेल्सियस नीचे के मुकाबले शून्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। कुपवाड़ा शहर में पिछली रात के तापमान शून्य से 6.0 डिग्री सेल्सियस नीचे के मुकाबले शून्य से 4.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। गुलमर्ग में तापमान पिछली रात के शून्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे के मुकाबले शून्य से 4.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। जम्मू में न्यूनतम तापमान पिछली रात की तरह ही 5.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बनिहाल में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस नीचे, बटोटे में 1.6 डिग्री सेल्सियस और भद्रवाह में शून्य से 0.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। वहीं मौसम विभाग का कहना है कि 25 और 26 जनवरी तक आम तौर पर बादल छाए रहेंगे और ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर हल्की बर्फबारी होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि 27 और 28 जनवरी तक आम तौर पर बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश, बर्फबारी होने की संभावना है। साथ ही उन्होंने कहा कि 1 फरवरी को छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश, बर्फबारी की भी संभावना है। कश्मीर घाटी सर्दियों की 40 दिनों की कठोर अवधि चिल्लई.कलां के अंतर्गत है जो 29 जनवरी को समाप्त होगी। इसके बाद 20 दिनों की लंबी अवधि चिल्लई.खुर्द आती है जो 30 जनवरी से 19 फरवरी के बीच होती है और 10 दिनों की लंबी अवधि चिल्लई.बच्चा की ठंड होती है जो 20 फरवरी से 1 मार्च तक होती है।
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