उत्तरकाशी, 26 जुलाई (हि.स.)। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने नियंत्रण कक्ष में पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी तथा अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर यमुनोत्री धाम क्षेत्र में भारी बारिश के बाद की स्थिति की समीक्षा की। इस मौके पर बताया गया कि वर्तमान में यमुना नदी का जल स्तर सामान्य है। यमुनोत्री पैदल मार्ग भी सुचारू है और यात्रा सामान्य दिनों की तरह संचालित हो रही है। गंगोत्री क्षेत्र के विधायक सुरेश चौहान ने भी नियंत्रण कक्ष में पहुंचकर यमुनोत्री क्षेत्र की स्थिति की जानकारी लेने के साथ ही यात्रा व्यवस्था व प्रभावित क्षेत्र में की जा रही कार्रवाईयों के बारे में अधिकारियों से विचार-विमर्श किया।
जिलाधिकारी के निर्देश पर उप जिलाधिकारी बड़कोट मुकेश चंद रमोला, तहसीलदार बड़कोट धनीराम, राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम भारी बारिश के बाद नुकसान का जायजा लेने व राहत कार्यों के संचालन के लिए सुबह ही प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गए थे। इसके अलावा यूपीसीएल, जल संस्थान, लोनिवि आदि विभागों के अधिकारी भी अपनी टीमों के साथ मौके पर मौजूद हैं। क्षेत्र में स्वास्थ्य टीमें भी पूर्ववत तैनात हैं।
डीएम ने यमुनोत्री क्षेत्र में हुए नुकसान का आकलन करने एवं बाधित आवश्यक सेवाओं को तत्काल बहाल करने हेतु उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित की है। समिति में सिंचाई खंड पुरोला, लोनिवि बड़कोट डिवीजन, विद्युत वितरण खंड बड़कोट तथा जिला विकास प्राधिकरण के अधिशासी अभियंताओं के साथ ही जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी और परियोजना प्रबंधक निर्माण इकाई उत्तराखंड पेयजल निगम विकासनगर को शामिल किया गया है।
इधर, यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल ने बताया कि यमुनोत्री धाम में गत रात्रि हुई अतिवृष्टि भारी नुकसान हुआ है। मंदिर समिति का वीआईं पी, गेस्ट रूम, मरीज भवन, पूर्ण क्षतिग्रस्त हो गया है। इस के अलावा सबसे महत्वपूर्ण जो यमुनोत्री धाम के अस्तित्व को बचाए हुए थी वह सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है। यमुनोत्री मंदिर सहित पूरा परिसर खतरे की जद में आ गया है।