मीरजापुर, 01 अगस्त (हि.स.)। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने गुरूवार को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने बिना परिचय पत्र के कर्मचारियों को देखकर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि सभी कर्मचारियों का ड्रेस कोड व परिचय पत्र बनाएं ताकि लोगों को जानकारी हो सके।
उन्होंने कहा कि कार्यालय में जितने भी कर्मचारी हैं, उन सभी का नाम व पदनाम सहित बोर्ड बनवाकर कार्यालय में चस्पा कराया जाए। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान पटल सहायकों के नाम व पदनाम न लिखे जाने पर नाराजगी व्यक्त की। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि पटल सहायकों का नाम व पदनाम अवश्य लिखा होना चाहिए तथा अलमारियों में रखी गई फाइलों से सम्बन्धित एक सूची चस्पा की जाए कि उसमें कौन सी फाइल हैं।
उन्होंने अलमारियों के ऊपर रखे रिकार्डाे को भी सुव्यवस्थित ढंग रखने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान कमराें में बिजली तारों को खुला देख जिलाधिकारी ने उसे सुव्यवस्थित कराने का निर्देश दिया। वाटर कूलर के पास गंदगी देख नाराजगी व्यक्त की और सफाई कराने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने ई-वैक्सीन कोल्ड चेन स्टोर के फ्रीजर में रखी दवाईयों के स्टाक के बारे में जानकारी प्राप्त और स्टाक मंगाकर उसका मिलान भी किया। कुछ फ्रीजरों में तापमान डिस्प्ले खराब होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये तत्काज ठीक कराने का निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया। वहीं पर रखे कम्प्यूटर, सीपीयू खराब हालत में देख कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए मरम्मत कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने एआरओ कक्ष में इधर-उधर पड़ी फाइलों को देख कहा कि रैंक मगवाते हुए फाइलों को व्यवस्थित ढंग से रखा जाए। निरीक्षण के दौरान पेंशन पटल सहायक एसीपी रजिस्टर, जीपीएफ पासबुक, सेवा पुस्तिका, जीआईएस रजिस्टर, 11सी रजिस्टर आदि के बारे में पूछे जाने पर पटल सहायक के संतोषजनक उत्तर न देने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने पिछले पांच वर्षाे के कर्मचारियों का 30 दिन का माइक्रो प्लान बनाते हुए रिकार्ड उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही टोकन रजिस्टर का रिकार्ड रखने का भी निर्देश पटल सहायक को दिया।