झाबुआ, 18 अक्टूबर (हि.स.)। मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति विभाग द्वारा जिले के तीन जनपदों में वनवासी चरित्रों पर आधारित वनवासी लीला का मंचन किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत श्री राम कथा साहित्य में वर्णित वनवासी चरितों पर आधारित वनवासी लीलाओं की प्रस्तुतियां दी जा रही है। इनमें प्रमुख हैं, भक्ति मती शबरी एवं निषाद राजगुह्य की लीला प्रस्तुतियां। गत 16 अक्टूबर को जिले के मेघनगर से लीला मंचन का आरम्भ किया गया और अंतिम प्रस्तुति 19 अक्टूबर को पेटलावद में दी जाएगी।
अपर कलेक्टर झाबुआ एसएस मुजाल्दा ने मंगलवार को हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा सामाजिक समरसता के उद्देश्य से श्रीराम जन्मोत्सव के अवसर पर की गई घोषणा अनुसार वनवासी लीलाओ का मंचन प्रदेश के 89 विकासखंडों में किया जा रहा है। संस्कृति विभाग एवं जिला प्रशासन के सहयोग से भक्तिमती शबरी ओर निषादराज गुह्य की वनवासी लीलाओं का मंचन जिले के मेघनगर, थांदला एवं पेटलावद में किया जा रहा है। मंगलवार शाम को थांदला में निषाद राजगुह्य एवं पेटलावद में शबरी प्रसंग की प्रस्तुतियां दी जाएंगी।