ट्रैक पर काम कर रहे रेल कर्मचारियों में मची भगदड़
झांसी, 1 अक्टूबर (हि.स.)। सोमवार की दोपहर झांसी रेल मंडल के ललितपुर स्थित दैलवारा में तिरुवंतपुरम से चलकर नई दिल्ली जाने वाली केरला एक्सप्रेस बड़े हादसे का शिकार होने से बच गई। रेल प्रशासन की गलती के चलते ट्रेन को ललितपुर के पास टूटी पटरी पर दौड़ा दिया गया। इस बीच रेल इंजन के ड्राइवर की लापरवाही के चलते हजारों यात्रियों की जान जाते-जाते बची। जबकि,ट्रैक पर काम कर रहे रेल कर्मचारी लाल झंडी दिखा रहे थे,लेकिन तब तक ट्रेन के तीन कोच टूटी पटरी से आगे निकल गए। पटरी पर काम रहे कर्मचारियों में भगदड़ मच गई। जब ट्रेन झांसी पहुंची तो यात्रियों ने जमकर हंगामा काटा।
बीते रोज अपने निर्धारित समय से 10 घंटे की देरी से चल रही ट्रेन नंबर 12625 केरला एक्सप्रेस दोपहर 2 बजे बीना पहुंची थी। जबकि दैलवारा से ललितपुर के बीच ट्रैक टूटे होने के चलते रेलकर्मी ट्रैक मरम्मत का कार्य कर रहे थे। इसी बीच केरला एक्सप्रेस तेज गति से वहां आ गई। रेलकर्मियों ने ट्रेन को लाल झंडी दिखाकर रोकने का प्रयास किया, लेकिन ट्रेन नहीं रुकी। इस पर घबराए रेलकर्मी ट्रैक छोड़कर भाग खड़े हुए।
जब ट्रेन के ड्राइवर की नजर लाल झंडी पर पड़ी तो उसने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए. लेकिन, तब तक ट्रेन के तीन कोच टूटी हुई पटरी से आगे निकल चुके थे। अचानक लगे ब्रेक के चलते ट्रेन में जोरदार झटका लगा, जिससे यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। इसके बाद यात्रियों ने हंगामा करते हुए रेलवे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। गनीमत रही कि हादसे में किसी प्रकार की कोई क्षति नहीं हुई। ट्रेन जब झांसी पहुंची तो यहां भी यात्रियों ने रेल प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की। मौके पर पहुंची आरपीएफ ने किसी तरह यात्रियों को समझा कर ट्रेन को रवाना कराया।
इस संबंध में जनसंपर्क अधिकारी मनोज सिंह ने बताया कि पटरी पर काम कर रहे कर्मचारियों द्वारा पटरी का बैनर लगाया हुआ था। इसके बावजूद यह सब घटित हुआ। इस मामले में जांच की जा रही है जो भी कर्मचारी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।