लखनऊ/नई दिल्ली, 26 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के कारागार एवं होमगार्ड राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मवीर प्रजापति ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की।
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के ठीक एक दिन बाद प्रधानमंत्री से मुलाकात कर मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने वाजपेयी की कर्तव्यनिष्ठा और कार्य के प्रति ईमानदारी को अपना मूलमंत्र बताते हुए अपने विभाग की समीक्षात्मक प्रजेंटेशन एक बुकलेट प्रधानमंत्री को दिखाई।
इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री को विभागीय उपलब्धियों पर तैयार की गई पुस्तक की एक प्रति, मथुरा जिला कारागार में बंदियों की ओर से बनाए गए ठाकुरजी की पोशाक, जैन मुनियों के अंगवस्त्र ,पटुका,शॉल, साड़ी अलीगढ़ जेल में बने लकड़ी के गदा व शिवलिंग, मेरठ जिला कारागार में बना फुटबाल एवं गाजियाबाद जेल में बनी प्रधानमंत्री, गणेश जी की पेंटिंग, मोमबत्ती और दीये भेंट किए।
मंत्री ने बुकलेट के माध्यम से रक्षाबंधन, करवाचौथ, दीवाली और भाईदूज जैसे त्योहारों को मनाये जाने के बारे में भी प्रधानमंत्री को अवगत कराया। प्रजापति ने भेंट के दौरान कारागार विभाग को और अधिक सुदृढ़ किये जाने के बारे में विस्तृत चर्चा कर प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन प्राप्त किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल मार्गदर्शन में निरंतर सुधार हो रहा है और हर एक मायने में उत्तर प्रदेश अब उत्तम प्रदेश बन रहा है।
उन्होंने यह भी अवगत कराया कि प्रदेश की जेलों में सुबह बंदी गायत्री मंत्र एवं महामृत्युंजय मंत्र पढ़ते हैं। इससे उनकी सोच में बड़े पैमाने पर बदलाव देखने को मिल रहा है। बंदियों को अपने किये पर पछतावा हो रहा है और वे सकारात्मक सोच से अपना काम कर रहे हैं एवं आपसी भाईचारा बनाए रखे हैं। बंदियों के खान-पान में सुधार किया गया है। उन्हें प्रतिदिन सुबह और शाम को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता में इतना सुधार हुआ है कि फतेहगढ़ जेल में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण एफएसएसएआई ने फाइव स्टार रेटिंग दी है।
इसी तरह होमगार्ड विभाग में मुख्यमंत्री के निर्देशों का अनुपालन भी सुनिश्चित कराया जा रहा है। हाल ही में होमगार्ड विभाग ने धूमधाम से अपना हीरक जयंती समारोह मनाया। प्रदेश के एक लाख 18 हजार होमगार्डों को किसी तरह की समस्या होती है तो वे सीधे मुझसे या विभाग के शीर्ष अधिकारियों से मिल रहे हैं।
गृह विभाग से संबद्ध 34 हजार होमगार्ड जवानों को अब उनके अपने विभाग से ही वेतन दिया जा रहा है। राज्य सरकार ने पहली बार होमगार्ड विभाग के लिए अलग से बजट की व्यवस्था की है। मंत्री ने अपनी भावनाएं व्यक्त की और कहा की होमगॉर्ड्स स्वयंसेवक हैं और हर एक स्वयंसेवक का दर्जा सर्वोच्च होना चाहिए, जिसको सुनिश्चित करने के लिए मैं निरंतर पूरी श्रद्धा व निष्ठा से कार्य कर रहा हूं। अंत में प्रधानमंत्री ने उन्हें बेहतर भविष्य की लिए शुभकामनाएं दीं।