गाजियाबाद,01ओ अक्टूबर(हि.स.)। उत्तर प्रदेश शासन की टी.ओ.डी. नीति-2022 (ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलोपमेन्ट नीति)का यदि सही तरीके से क्रियान्वयन हो जाये तो गाजियाबाद खासतौर पर मेरठ रोड की किस्मत संवर जाएगी। इसके क्रियान्वयन के लिए कोशिशें तेज हो गयी हैं।
इसे लेकर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण(जीडीए)के सभागार में सम्बंधित विभागों का गहन मंथन किया। इसको लेकर जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह काफी आशावान है। उनका कहना है कि हाल ही में सम्पन्न हुई बैठक के बाद निश्चित रूप से इसके कार्य में तेजी आएगी। इस नीति के तहत आवासीय, व्यवसायिक औद्योगिक व अन्य उपयोग की योजनाएं लाए जाने को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम गुलधार एवं दुहाई में 500 से 550 हेक्टेयर क्षेत्रफल को चिन्हित किया गया है।
राजेश कुमार ने बताया कि निजी विकास कर्ताओं, सरकारी विभागों तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम के अधिकारियों ने बैठक कर कार्य योजना पर विचार विमर्श किया गया है। जीडीए की ओर से सम्बंधित विभागों से कार्य योजना तैयार करके उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।
जीडीए सचिव ने बताया कि प्रदेश में शहरीकरण एवं अवस्थापना सुविधाओं के हो रहे विकास एवं वर्तमान आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने टीओडी 2022 निर्गत की है। नीति में दिए गए प्रावधानों को देखते हुए गाजियाबाद एवं मोदीनगर महायोजनाओं के अंतर्गत 8 आरआरटीएस स्टेशन पर इनफ्लुएंस क्षेत्र व ग्राम दुहाई से दो क्षेत्र का चिन्हीकरण प्राधिकरण बोर्ड के माध्यम से किया गया है।
उन्होंने बताया कि इनफ्लुएंस जोन का चिन्हीकरण स्टेशन से डेढ़ किलोमीटर की परिधि में भौतिक संरचनाओं के आधार मानकर किया गया। जबकि आवासीय व्यवसायिक औद्योगिक में अन्य उपयोग की योजनाएं लाए जाने को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम गुलधार एवं दुहाई में 500 से 550 हेक्टेयर क्षेत्रफल को चिन्हित किया गया है। जन सामान्य की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एवं अवस्थाना सुविधाओं का एक ही स्थान पर समुचित विकास हो सके स्टेशन के आसपास आवासीय व्यवसायिक औद्योगिक में अन्य उपयोगों का विकास एक साथ किया जाना संभव हो सकेगा। टीओडी जो के क्षेत्र में बढ़े हुए एफआर के साथ-साथ मिश्रित उपयोग के लाभ जन सामान्य विकास करता को प्राप्त हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि बहुत जल्द टीओडी को धरातल पर उतारने में कामयाबी मिलेगी।