बेगूसराय, 28 दिसम्बर (हि.स.)। केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर मनरेगा के नाम पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे द्वारा नरेन्द्र मोदी सरकार पर मनरेगा में रोजगार छीनने का आरोप लगाए जाने पर गिरिराज सिंह ने बुधवार को ट्वीट कर कहा है कि मनरेगा पर ओछी राजनीति करने से पहले संप्रग सरकार अपने कार्यकाल में योजना पर हुए कुल खर्च देख ले, उसके बाद ही मोदी सरकार पर प्रश्न उठाए।
गिरिराज सिंह ने कहा है कि मनरेगा के तहत राज्यों को पैसा जारी होना एक सतत प्रक्रिया है और देश जानता है कि नरेन्द्र मोदी की सरकार गरीब का अधिकार सुनिश्चित करने में सबसे आगे है। 2006 से 2013-14 तक यूपीए की सरकार ने देश में 1,660 करोड़ मानव दिवस सृजित किए तथा 21,3220 करोड़ केंद्रीय निधि देकर 153 लाख कार्य पूरा किया।जबकि नरेन्द्र मोदी की सरकार में 2014 से अब तक मनरेगा में देशभर में 23 सौ करोड़ से अधिक मानव दिवस सृजित किए गए। मोदी सरकार ने 582016 करोड़ केंद्रीय निधि देकर 600 लाख से अधिक कार्य पूरे किए गए हैं।
यूपीए सरकार ने 2006-07 से 2013-14 तक राजस्थान को 23353 करोड़, बिहार को 9649 करोड़, झारखंड को 7458 करोड़, पश्चिम बंगाल को 14985 करोड़, कर्नाटक को 8739 करोड़ तथा छत्तीसगढ़ को 11155 करोड़ दिया था।
जबकि नरेन्द्र मोदी की सरकार 2014-15 से 27 दिसम्बर 2022 तक राजस्थान को 53749 करोड़, बिहार को 29028 करोड़, झारखंड को 15778 करोड़, पश्चिम बंगाल को 54150 करोड़, कर्नाटक को 32582 करोड़ तथा छत्तीसगढ़ को 23236 करोड़ दे चुकी है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को कहा था कि कांग्रेस द्वारा मनरेगा के तहत ग्रामीण भारत के लिए रोजगार का जो अधिकार सुनिश्चित हुआ, उसे मोदी सरकार छीनने पर उतारु है। राजस्थान, बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक सहित सभी राज्यों के मनरेगा वेतन का 4919 करोड़ केंद्र सरकार ने बकाया क्यों रखा है।